फुलवारी
हिंदी मंच जी एच एच एस कुटिटप्पुरम
यात्राविवरण , कविता , कहानी , चित्र
यात्राविवरण , कविता , कहानी , चित्र
शुक्रवार, 12 अगस्त 2011
जो भी हो
जो भी हो
लड़का हो या लड़की
बात यह हैं पक्की
हम बनेंगे अच्छे सच्चे
शिक्षा मिले हमें सच्ची
बच्चा हो या बच्ची
हम हैं कल का भविष्य
इसका हो जय सबको आभास
यही है हमारी इक्लोती आस
राधिका एस
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
नई पोस्ट
पुरानी पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें